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हमास ने हमले के डेढ़ साल बाद 3 इजरायली बंधकों को किया रिहा

Israel Hamas War: हमास के खिलाफ इजरायल की जंग करीब 15 महीने से भी ज्यादा समय से जारी है। हालांकि, करीब डेढ़ साल बाद आखिरकार गाजा युद्ध विराम समझौते के बाद खत्म हो गया। दोनों पक्षों की ओर से कई बंधकों को रिहा किया गया है और आज यानि कि 15 फरवरी, शनिवार को हमास ने तीन और इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है।

इजरायल की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार हमास द्वारा रिहा किए गए तीन बंधक मिल गए हैं, जिन्हें गाजा पट्टी में रेड क्रॉस को सौंप दिया गया। इजरायली सेना की ओर से दिए गए बयान के अनुसार हमास के कब्जे से रिहा हुए तीनों बंधक IDF के साथ हैं।  तीनों को मेडिकल ट्रीटमेंट और रिश्तेदारों से मिलवाने के लिए इजरायल ले जाया जाएगा।

ट्रंप के प्रस्ताव ने बनाया तनावपूर्ण माहौल

बता दें, करीब चार सप्ताह पहले युद्धविराम शुरू हुआ, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। विवाद के कारण लड़ाई फिर से शुरू होने का खतरा था। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही आतंकी संगठन हमास को चेतावनी दे दी थी कि अगर उसके लड़ाकों ने बंधकों को रिहा नहीं किया, तो तबाही मचेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रश्ताव दिया था कि गाजा से 2 मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों को हटाकर अन्य क्षेत्रों में बसा दिया जाए। इसे लेकर  युद्धविराम को लेकर विवादास्पद स्थिति बन गई।

बंधकों की रिहाई को लेकर क्या बोला हमास?

खैर, हमास ने गुरुवार को कहा कि वह मिस्र और कतर के अधिकारियों के साथ पहले बातचीत करेगा और फिर अधिक बंधकों की रिहाई पर फैसला लिया जाएगा। आतंकी समूह ने कहा कि मध्यस्थों ने “सभी बाधाओं को दूर करने” का वादा किया था ताकि यह आश्वासन दिया जा सके कि इजरायल गाजा में अधिक टेंट, मेडिकल आपूर्ति और अन्य आवश्यक वस्तुओं की अनुमति देगा।

इन तीन बंदकों को आज किया गया रिहा

हमास की कैद में रहने के बाद रिहा होने वाले तीन बंधकों में 46 साल के इयार हॉर्न, जो इजरायल और अर्जेंटीना के दोहरे नागरिक हैं; 36 वर्षीय सगुई डेकेल चेन, जो अमेरिकी-इजरायली हैं; और 29 वर्षीय अलेक्जेंडर (साशा) ट्रोफानोव, जिनके पास इजरायल और रूसी नागरिकता है, शामिल हैं।

369 फिलिस्तिनियों की आज होनी है रिहाई

तीनों को हमास के नेतृत्व में 7 अक्टूबर, 2023 को किए गए हमले के दौरान बंधक बनाया गया था। इस हमले के बाद ही इजरायल और हमास के बीच करीब डेढ़ साल से जंग जारी है। हमास से जुड़े कैदियों के सूचना कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि शनिवार को 369 फिलिस्तीनियों को इजरायली जेलों से रिहा किया जाना था। उनमें से 36 आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे।

गाजा की 2.3 मिलियन की आबादी के 90% लोग विस्थापित

19 जनवरी को युद्धविराम लागू होने के बाद से यह छठा बदलाव होगा। अब तक, युद्धविराम के पहले चरण के दौरान 21 बंधकों और 730 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जा चुका है। इस लड़ाई ने गाजा की 2.3 मिलियन की आबादी के 90% लोगों को विस्थापित कर दिया है। युद्ध विराम लागू होने के बाद से सैकड़ों हजार लोग अपने घरों को लौट आए हैं, हालांकि कई लोगों को केवल मलबा, दबे हुए मानव अवशेष और बिना फटे गोला-बारूद ही मिले हैं।

17 हजार से ज्यादा उग्रवादी ढेर

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध में 48,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं, हालांकि मंत्रालय की ओर से ये जानकारी साझा नहीं की गई है कि इनमें से हमास के कितने लड़ाके थे। इजरायल का कहना है कि उसने बिना सबूत दिए 17,000 से ज्यादा उग्रवादियों को मार गिराया है।